इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा कि भारत कैसे वर्ल्ड कप में दूसरे टीमों के खिलाफ बाजी मार सकती हैं।
जिस तरह से भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2–1 से सीरीज में वापसी की । आपको क्या लगता है क्या भारत T20 वर्ल्ड कप में भी ऐसा प्रदर्शन कर सकते हैं जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की टीम पहली हार के बाद ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया भारत के टीम को क्लीन स्वीप में हरा देगी या फिर सीरीज अपने पक्ष में कर लेगी, लेकिन उसका उल्टा हुआ। खासकर भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को ऐसा धूलवाया की आप सोच भी नहीं सकते।
भारतीय टीम जीतते जीतते हार गई:
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में हार जाने के बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा काफी गुस्से में लग रहे थे। पहले मैच में भारत के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार काफी खराब गेंदबाजी करते हुए नजर आए। ऑस्ट्रेलिया टीम को आखिर के 3 ओवर में 40 रन की आवश्यक थी और हर्शल पटेल 18 वा ओवर डालते हुए 22 रन खर्च किए । उसके बाद 19 वा ओवर डालने के लिए आए भुवनेश्वर कुमार 16 रन खर्च कर दी और अंतिम ओवर में ऑस्ट्रेलिया को मात्र 2 रन की आवश्यकता थी और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने आसानी के साथ मैच जीत लिया।
भारतीय टीम की वापसी:
भारत बनाम आस्ट्रेलिया के दूसरा मैच में खराब आउटफील्ड की वजह से मैचों में थोड़ा रुकावट देखने को मिली थी । मैच होना मुश्किल हो चुका था। लेकिन जैसे भी करके मैच का सुरुवात हो गया और 8–8 ओवर का मैच खेला जाने लगा। इस मैच में अक्षर पटेल की दो विकेट और रोहित शर्मा की 20 गेंद पर 46 रन की पारी ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए भारी पड़ गया। आखरी ओवर में भारत को जीत के लिए 9 रन की आवश्यकता थी और और आठवां की पहली दो गेंद पर दिनेश कार्तिक एक छक्का और एक चौका जड़कर भारत को मैच जीतवा दी।
भारत बनाम आस्ट्रेलिया के तीसरे मैच में पावर प्ले के पहली 4 ओवर में ऑस्ट्रेलिया टीम के बल्लेबाज कैमरन ग्रीन चौके और छक्के आसानी से जड़ रहे थे। ऐसा लग रहा था अगर कैमरन ग्रीन अंतिम ओवर तक मैदान पर बैटिंग करते तो शायद ऑस्ट्रेलिया की रन स्कोर 300 पार कर जाती है। लेकिन ऐसा हुआ नहीं अक्षर पटेल की शानदार गेंदबाजी के चलते इस मैच में अक्षर पटेल ने तीन विकेट हासिल किए और ऑस्ट्रेलिया की पारी लड़खड़ा गई। लेकिन बाद में ऑस्ट्रेलिया की पारी संभालने के लिए आए टीम डेबिड और डेनियल सेंस ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाला और भारत के सामने 187 रन का लक्ष्य रखा।
भारत की तरफ से ओपन और जोड़ी मतलब केएल राहुल और रोहित शर्मा जल्द ही आउट हुए और उसके बाद विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव ना सिर्फ आस्ट्रेलिया के बॉलर को धोया बल्कि ऑस्ट्रेलिया से मैच की छूटवा ली। जब तक सूर्य कुमार मैदान पर खड़े थे ऐसा लग रहा था कि भारत 18 ओवर में मैच को फिनिश कर देगी पर जब सूर्यकुमार यादव आउट हो गए तो विराट कोहली और हार्दिक पांडे के स्लो खेलने की वजह से भारत के टीम लड़खड़ा गई थी। आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी और पहले ही गेंद में कोहली ने 1 छक्का मारकर भारत की जीत पक्की कर ली थी लेकिन दूसरे बॉल पर कोहली साहब की आउट होने के चलते फिर से भारतीय टीम लड़खड़ा गई थी ।
ऐसा लग रहा था कि भारत आज हार जायेगी पर दिनेश कार्तिक ने सिंगल लेकर विराट कोहली को स्ट्राइक दे दी और चौथे गेंद पर हार्दिक पांड्या डॉट पर खेलकर मैच को और भी रोमांचक बना दी और पांचवी गेंद पर हार्दिक पांड्या ने चौका जड़कर भारत की जीत पक्की कर ली।
विश्व कप जीतने के लिए भारतीय टीम तो करना पड़ेगा बदलाव:
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जिस तरह से बॉलिंग कर रहे हैं अगर ऐसी गेंदबाजी करते रहेंगे तो शायद भारत टी-20 विश्व कप नहीं जीत पाएंगे। लगातार भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार खराब प्रदर्शन करते हुए भी उनको मौका दीया जा रहे हैं । अगर ऐसे मौका उनको विश्वकप में भी दिया जाएगा तो शायद भारत की जीत निराशा में छा जाएगी । ओर भी अच्छे अच्छे प्लेयर जो की बैठे हुए हैं और जो अच्छे नहीं खेल रहे हैं उनको लगातार खिलाया जा रहा है अगर ऐसा हुआ तो भारत मैच नहीं जीत पाएंगे। भारत की गेंदबाजी में बदलाव लाना पड़ेगा।
सिर्फ भुवनेश्वर कुमार ही नहीं हर्षल पटेल भी अपने में अपने स्पैल में अच्छे गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं । उनकी जगह किसी दूसरे प्लेयर्स को मौका मिलना चाहिए।
अगर ऐसा नहीं हुआ तो शायद भारतीय टीम विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन करेंगे और फ्रेंड्स की उम्मीद को तोड़ देंगे।
आपको क्या लगता है भारतीय टीम की तरफ से कौन-कौन से प्लेयर को T20 वर्ल्ड कप में खिलाना चाहिए और किन-किन प्लेयर्स की जगह किन-किन प्लेयर को शामिल करना चाहिए नीचे कमेंट करके जरूर बताएं और इस विश्व कप के लिए आपके बेस्ट पेस्ट प्लेइंग इलेवन क्या होगा आप हमें बता सकते हो।